2. * मुहूर्त: * शुभ मुहूर्त में तुलसी प्लांट के साथ कन्या दुल्हन की भूमिका निभाते हुए यह विवाह किया जाता है।
3. * पूजा विधि:* तुलसी प्लांट के चारों ओर रंगों और फूलों से सजाया जाता है, और शादी के रिवाजों को समर्पित किया जाता है।
4. * महत्त्वपूर्ण गाने:* बरात के साथ गाते हुए शुभ श्लोकों की रवानी की जाती है।
5. *प्रसाद:* इस अवसर पर तुलसी के पत्तों से प्रसाद को बाँटा जाता है।
* देव ८वां उत्थान अकादशी : *
1. *महत्त्व:* यह अकादशी भगवान विष्णु की पूजा के लिए महत्वपूर्ण है और इसे उत्थान का अर्थ होता है।
2. *पूजा विधि:* भगवान विष्णु की आराधना करते हुए व्रत रखा जाता है, जिसमें नींबू पानी और फल अर्पित किए जाते हैं।
3. *पारण:* उत्थान अकादशी के दिन भगवान विष्णु की पूजा के बाद व्रत का पारण किया जाता है।
4. * पुण्य की महत्ता: * इस दिन किया गया पुण्य कार्य विशेष फल देता है और साधनाओं को अधिक शक्ति प्रदान करता है।
अगर और विस्तार चाहिए, तो कृपया किसी दूसरे स्रोत से विवरण प्राप्त करें या उस से संबंधित पूर्ण जानकारी प्राप्त करें।
विवाह के दिन सही पूजा विधि के लिए, सबसे पहले शुभ मुहूर्त की जानकारी अवश्य लें। पहले, गणेश पूजा के बाद नवग्रह पूजन करें। फिर, कन्या पूजन के लिए कन्या को वस्त्र, आभूषण, और आहार देकर पूजें । उसके बाद, विवाह मंत्रों का पाठ करें और विवाहीता के लिए प्रार्थना करें। अंत में, अग्निपरीक्षा के समय दो विवाहीतों को प्रकाश में घी के दीपक जलाने का रिवाज़ अनुसरण करें। इन समस्त पूजाओं के साथ, समाज, परिवार, और विवाहीत जोड़ी के भविष्य की शुभकामनाएँ करते हैं।
देव उठानी एक महत्वपूर्ण हिंदू पर्व है जो दीपावली के अगले दिन मनाया जाता है। इस दिन लोग चौघड़िया के मुताबिक सुबह जल्दी उठकर पूजा का आयोजन करते हैं। इस पूजा धूप, दीप, फूल और नैवेद्य दिये जाते हैं। देवी-देवताओं की आराधना के साथ ही परिवार के सभी सदस्यों की खुशियों को साझा किया जाता है। पूजा के बाद प्रसाद बाँटा जाता है और घर को सजाया जाता है। इस दिन का महत्त्व धार्मिक और परिवारिक उत्सव के रूप में होता है, जो समृद्धि और खुशियों का प्रतीक है।
कृपया ध्यान दीजिए इस एकादशी जो भी बिधिवत पूजा करनी चाहिए इस एकादशी जो भगवान विष्णु की विधि पूर्वक पूजा करते हैं उसे मोक्ष की प्राप्ति होती हैं। मैं आपको इस अद्भुत पर्व " अकादशी" के बारे में कुछ बता सकता हूँ। यह हिन्दू धर्म में महत्त्वपूर्ण दिन है जिसे व्रत और पूजा के साथ मनाया जाता है। यह दिन भगवान विष्णु को समर्पित है और इसे विशेष उपवास के साथ मनाया जाता है। इस दिन भक्त नीर्गुण्ठी, फल, सब्जी, पूरी, अपनी अनुभूति और श्रद्धा से पूजा करते हैं।
Write. Priti kumari
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