Rudraksha is tears of Lord Shiva, its has Spiritual Quality
रुद्राक्ष एक आध्यात्मिक गुणों से भरपूर जो शरीर के लिए भी चमत्कारी ऊर्जा प्रदान करता है और साथ में ह्रदय रोग में भी ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में असरदार है, ऐसा दावा किया गया है, इसकी पुष्टि आप इसको धारण करने के बाद अपने साथ के अनुभव से व्यक्त करके बता सकते है।
यों तो रुद्राक्ष को लोग ज्यादातर गले में रुद्राक्ष माला धारण करते हैं कुछ लोग इसको साख में बै्सलेट के रूप में प नये है, या कुछ लोगों को सोंने के साथ रुद्राक्ष को पिरोकर पहनते है। इस फल के अनेक लाभ मिलते है।
रूद्राक्ष का उल्लेख न केवल शिव पुराण में भी किया गया है, परन्तु इसको व्यापक रूप से प्रकृति में प्राकृतिक रूप से पाये जाने आध्यात्मिक मोती के रूप में भी मान्यता मिली हुई है। इसको जो भी पहनता है , उससे इसका सम्बन्ध भावात्मक रूप से जुड़ा हुआ है
कोई भी व्यक्ति अपने आध्यात्मिक पक्ष और लाभों का अनुभव महसूस करने के लिए रुद्राक्ष को धारण कर सकता है।
रुद्राक्ष पहनने के 3 मुख्य लाभ
1. आध्यात्मिक
रुद्राक्ष की माला को पवित्र माना गया है, इसका ईश्वर शिव के साथ बहुत ऐतिहासिक और धार्मिक आध्यात्मिक सम्बन्ध है। इसकी बनी माला के मोतियों को भगवान शिव के आंसू कहा गया है। वर्तमान में रुद्राक्ष नेपाल , इंडोनेशिया और भारत के पर्वतीय हिमाचल क्षेत्रों में पाया जाता है।
2. शांति
इसको पहनें हुए मनुष्य को अपने जीवन में सुख और समृद्धि के साथ जीवन में स्थिरता और शांति की प्रेरणा प्राप्त होती है, ऐसा कहा जाता है यह इसकी दुर्लभ चमत्कारी ऊर्जा से भरपूर आध्यात्मिक मोती का ही परिणाम है। जिसके कारण शरीर को स्वस्थ वातावरण और चिंतन करने की शक्ति मिलती है।
3. जीवन की गुणवत्ता
रुद्राक्ष का कंगन या माला पहने हुए व्यक्ति को विशेष आध्यात्मिक शांति के साथ शक्ति मिलती है और इसको धारण किए हुए लोगों को पूजा करने से जीवन सफल और उन्नत गुणवत्ता का भान होता है।
रुद्राक्ष 1 मुखी से लेकर 21 मुखी तक होते है। जिसमें से एक मुखी से लेकर ग्यारह मुखी तक ही प्रयोग में लाए जाते हैं।
5 मुखी रुद्राक्ष ( पंच मुखी )
पंच मुखी रुद्राक्ष की माला सबसे लोकप्रिय संस्करण मानी गई है जो सभी के लिए सुरक्षित और प्रभावी माना जाता है, 5 मुखी रुद्राक्ष का स्वामी बृहस्पति ग्रह है, जो भगवान शंकरजी का प्रतिनिधित्व करता है , ऐसा दावा किया गया है इसको पहनने वाले व्यक्तियों को उत्तम स्वास्थ्य और शांति मिलती है
रुद्राक्ष का प्रयोग जपम के लिए भी किया जाता है यह बीज मंत्र
ऊं नमःशिवाय
एक माला में रुद्राक्ष के 108 मोती होते हैं, इन्हीं माला से भगवान शिव को प्रसन्न करने हेतु जप किया जाता है , क्योंकी ईश्वर शिव आशुतोष है और जल्दी प्रसन्न होकर मनुष्य को मनवांछित फल प्रदान करते है।
जपम का प्रामाणिक रुद्राक्ष
जपम एक स्थापित प्रामाणिक आध्यात्मिक ब्रांड है, जिसके द्वारा आप इन लाइन आडर करके रुद्राक्ष कंगन या ब्रेसलेट मंगा सकते है, इनके माध्यम से बिल्कुल शुद्ध रुद्राक्ष का कंगन मिलता है। साथ में प्रमाणिक पत्र भी दिया जाता है।
जपम द्वारा भारत में बनाये हुए कंगन रुद्राक्ष के साथ पीतल पर सोंने का पानी चढ़ा कर ग्रामीणों और शिल्पकारों से बनवाया जाता है , जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में भी रोजगार के अवसर प्राप्त होते हैं।
जपम ब्रेसलेट को खोलकर पूजा तथा प्रार्थना माला के रूप में भी प्रयोग किया जा सकता है
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अखिलेश द्विवेदी