Kishan aandolan किसान आंदोलन में बहुत ज्यादा संगीन मामले को लेकर अभी शंभू बोर्डर पर पुलिस के साथ मिले हुए हैं। शंभू बोर्डर पर अभी दंगों की शैवाल बनी हुई है। जिससे देश को हजारों करोड़ो का नुक़सान भुगतना पड़ रहा है।
# किसान ने जाम क्यों लगाया।
किसान संग्राम में जनता ने जाम क्यों लगाया,इसके पीछे कई कारण हैं। पहले, किसानों की
मुख्य मांग थी कि सरकार नई कृषि कानूनों को वापस ले। उन्हें लगा कि नई कानूनों से उनके
अधिकारों पर हमला होगा। दूसरे, वे चिंतित थे कि नई कानूनों से मंडी प्रणाली को खतरा है, जिससे उन्हें नुकसान हो सकता है। इन सभी कारणों के कारण, लाखों किसान और उनके समर्थक दिल्ली के राजधानी में आए और जनता जाम लगाया।
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# भारतीय इतिहास का क्या काला सच है।
भारतीय इतिहास का काला सच कई चीजों पर प्रकाश डालता है। प्राचीन काल से लेकर आधुनिक युग तक, हमारा इतिहास विभिन्न रंगों की चित्रिता से भरा है। कई ऐसे घटनाक्रम हैं जिन्हें हम अक्सर नहीं देख पाते हैं, जो हमारे सामने स्पष्ट नहीं होते हैं।
किसानों का संघर्ष भारतीय इतिहास का महत्वपूर्ण हिस्सा रहा है। वे आज भी अपने अधिकारों के लिए संघर्ष कर रहे हैं। किसानों के समस्याओं की वजह से वे फिर से संघर्ष के मैदान में उतर आए हैं।
भूमि का मामला, उनकी उपज का न्यायसंगत मूल्य न मिलना, बीमा की अभाविता, विपन्नता के कारण किसानों की स्थिति प्रतिदिन बिगड़ रही है। इसके अलावा, कई किसान अपनी भूमि को खोने का खतरा भी महसूस कर रहे हैं। यह सभी मुद्दे उन्हें अपने अधिकारों के लिए लड़ने पर मजबूर कर रहे हैं।
किसानों का संघर्ष उनकी समाज में स्थान, सम्मान और जीविका के संबंध में न्याय के लिए होता है। उनकी तकलीफों और मुसीबतों को समझना हमें इन्हें समर्थन देने के लिए उनके साथ उत्तरदायित्व साझा करना चाहिए।
किसान आंदोलन देश में एक महत्वपूर्ण मुद्दा है। इसमें किसान अपने हक के लिए सड़कों पर उतर आए हैं। उनका मुख्य मांग है कि केंद्र सरकार उनकी मांगों को माने और उनके फायदे के लिए कानून बनाए।
किसानों का कहना है कि वे नए कृषि कानूनों से नुकसान हो रहा है। उनके अनुसार, ये कानून उनके आय को कम कर रहे हैं और किसानों को उनकी फसलों की मूल्य को निर्धारित करने में अधिक कठिनाई हो रही है।
इसके अलावा, किसानों का कहना है कि सरकार ने उनसे किसी भी तरह की पूर्व सहमति लिए बिना ये कानून बनाए हैं। इसलिए वे इसके खिलाफ हैं और अपने हक के लिए आंदोलन कर रहे हैं।
किसान आंदोलन के कारण देश को हर रोज़ बड़ा नुक़सान हो रहा है। यह आंदोलन देश की अर्थव्यवस्था को प्रभावित कर रहा है और हजारों करोड़ रुपये का नुक़सान हो रहा है। इसके साथ ही, इससे सरकार की भी संभावित कमजोरी हो सकती है।
शंभू बॉर्डर पर किसानों की भीड़ जुटी हुई है ताकि वे अपनी मांगों को लेकर सरकार से बातचीत कर सकें। पुलिस से भीर होने का मुख्य कारण है क्योंकि वे अपने अधिकारों की रक्षा करने के लिए उन्हें समर्थन चाहिए। किसानों की मुख्य मांग है कि सरकार उनके कृषि उत्पादों के लिए उचित मूल्य देने के लिए कदम उठाए और किसानों को न्याय मिले। वे इसके लिए मर मिटने को भी तैयार हैं क्योंकि उनके लिए अपने अधिकारों की रक्षा करना महत्वपूर्ण है। इससे किसानों का संघर्ष और भी मजबूत हो रहा है जो कि उनके अधिकारों की प्राथमिकता को दर्शाता है।
Writer. Priti kumar