Gadar 2 एक प्रेम कथा
Gadar 2 एक प्रेम कथा
फिल्मों में ज़ो आजकल हमें परोसा जा रहा है वो आज की युवा पीढ़ी को पसंद आती है लेकिन 1960 से 1990 टीम दशक क़े ज़ो दर्शक है वो ये सब देखकर आश्चर्य चकित हो जाते है OTT चैनल ओर फ़िल्म बनाने क़े लिए सेंसर बोर्ड का लचीलापन डिझाकार बॉलीवुड को कहाँ से कहाँ पहुंचा दिया है. आज डायरेक्टर writer डायलाग स्क्रिप्ट writer ज़ो पहले कितने सलीके से अपनी पटकथा से न्याय करते थे कोई अश्लीलता नहीं किसी भी डायलाग में भद्दापन नहीं सब कुछ सेंसर की निगरानी में होता था आज तो कोई फ़िल्म देखो बाहर आकर आदमी भौचक्का रह जाता क़ी इसमें सेंसर कुछ था भी या नहीं सेंसर बोर्ड ने इसको देखा भी है या नहीं क्यों ये सब कुछ परोसा जाता है.
Gadar 2
सनी देओल क़ी ज़ो पहले वाली gadar थी काबिले तारीफ एक साफ सुथरी प्रेम कहानी एक एक करैक्टर ओर एक्टर लाजवाब था आज क़ी तकनीक ओर पहले क़ी तकनीक में बहुत फरक है लेकिन सनी देओल पहले भी ज़िंदाबाद था आज भी ज़िंदाबाद है ओर आगे भी ज़िंदाबाद रहेगा.
सबने अपने अपने पात्र से न्याय किया है जितना जितना उनके हिस्से का था उन्होंने अच्छे सें अच्छा निभाया है एक्शन डायरेक्शन काबिले तारीफ है. कुल मिलाकर दुबारा एक साफ छवि क़े कलाकार को दुबारा देख सकते है.