'Disease X' could be 20 times deadlier than the Wuhan virus:
मैं आगे जो कहने जा रहा हूं वह चिंताजनक लग सकता है लेकिन अब समय आ गया है कि हम इस पर चर्चा करें। दुनिया भर में हेल्थकेयर पेशेवर एक नई संभावित महामारी के लिए तैयारी कर रहे हैं, एक महामारी जिसे वे कहते हैं कि Disease X के रूप में जाना जाएगा। इस बीमारी का ट्विटर के नए नाम से कोई लेना-देना नहीं है और न ही यह कोई सोशल मीडिया प्लेग है, Disease X एक बीमारी है महामारी की संभावना वाली अगली अज्ञात बीमारी. इस शब्द को 2018 में WHO द्वारा औपचारिक रूप दिया गया था।
इसके बारे में जानकारी न होने के कारण इसका नाम X रखा गया. ये बीमारी क्या होगी ये तो पता नहीं. क्या यह जानवरों से इंसानों में पहुंचेगी या फिर यह एक रहस्यमयी प्रयोगशाला से निकलेगी. लेकिन एक बात जिसके बारे में वैज्ञानिक निश्चित हैं, वह यह है कि Disease X आ रही है।
वे नहीं जानते कि कब, वे नहीं जानते कि कैसे. वे यह जानते हैं कि यह वुहान वायरस से भी कहीं अधिक बदतर हो सकती है. और इससे वुहान वायरस से भी ज्यादा मौतें हो सकती हैं. और इससे उबरने में हमें कई साल लग सकते हैं. WHO ने कहा कि इस तरह से बीमारी को परिभाषित किया गया है. Disease X इस ज्ञान का प्रतिनिधित्व करता है कि एक गंभीर अंतरराष्ट्रीय महामारी एक रोगज़नक़ के कारण हो सकती है जो वर्तमान में मानव रोग का कारण बनने के लिए अज्ञात है. अनुसन्धान और विकास ब्लूप्रिंट स्पष्ट रूप से प्रारंभिक क्रॉस कटिंग और तैयारियों को सक्षम करने का प्रयास कर रहा है जो एक अज्ञात बीमारी Disease X के लिए भी प्रासंगिक है।
इसी साल मई में विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रमुख डॉ. टेड्रोस ने एक चेतावनी जारी की थी. उन्होंने कहा, दुनिया को से भी ज्यादा ताकतवर आने की अभी भी भी घातक बीमारी के लिए तैयार रहना चाहिए. दुनिया को फिर से एक गंभीर स्थिति में भेजने की ताकत बाली एक प्रलयकारी बीमारी, कोविड 19 संस्करण से भी ज्यादा ताकतवर आने की एक बड़ी संभावना है. अब में उनके सटीक कथन को उद्धृत करता हूँ उनके अनुसार कोविड 19 संस्करण से अभी भी एक प्रकार से उभरने का खतरा बना हुआ है जो बीमारी और मृत्यु की नई लहरों का कारण वनी थी है. और इससे भी अधिक घातक क्षमता बाली एक अन्य रोगज़नक़ बीमारी Disease X की नयी लहर के आने का ख़तरा बना हुआ है।
इस चेतावनी के जारी होने के चार महीने बाद दुनिया भर के वैज्ञानिक इस बारे में बात कर रहे हैं. इसमें केट बिंघम भी शामिल हैं जिन्होंने यूके की वैक्सीन टास्क फोर्स के अध्यक्ष के रूप में कार्य किया था. वह कहती हैं, हमें इस बीमारी के बारे में तैयारी करने की जरूरत है क्योंकि यह कोविड-19 से भी ज्यादा खतरनाक हो सकती है। आइए अब मैं आपको एक-एक करके इस बीमारी के बारे में किये गए दावों के बारे में बताता हूँ. वैज्ञानिकों का कहना है की पहली बात यह की इस बीमारी के बारे में किये गए 1980 के विनाशकारी स्पेनिश फ्लू के सामान प्रभाव डाल सकती है और दूसरा यह की जिसके परिणामस्वरूप 15 मिलियन से अधिक मौतें हो सकती है
तीसरा यह की यह बीमारी उन लाखों वायरस से उभर सकती है जिनकी खोज अभी बाकी है. चौथा यह की वैज्ञानिकों को इस बीमारी से लड़ने वाले टीके विकसित करने में काफी समय लग सकता है. अब ब्रिटेन इस चेतावनी को हल्के में नहीं ले रहा है. ब्रिटेन एक टीका विकास और मूल्यांकन केंद्र स्थापित कर रहा है. इस केंद्र का उद्देश्य Disease X सहित दुनिया के सबसे घातक रोगजनकों के खिलाफ टीके का अनुसंधान और विकास करना होगा. क्या ब्रिटेन इस बीमारी के लिए तैयारी करने वाला एकमात्र देश है?
वास्तव में नहीं, मलेशिया जैसे अन्य देश भी हैं. मलेशिया के स्वास्थ्य मंत्री का कहना है कि मलेशिया तथाकथित Disease X सहित नई महामारी के संभावित उद्भव के बारे में सतर्क है. उन्होंने न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा सत्र से लौटने के ठीक बाद यह बयान दिया और कहा पिछली बार हमने जाँच की थी, ये केवल दो देश थे जो आधिकारिक तौर पर कदम उठा रहे थे. लेकिन अब जैसे-जैसे बात फैल रही है, अधिक से अधिक राष्ट्रों से निवारक उपाय करने की अपेक्षा की जाती है. अब बात यह है कि निवारक उपाय मदद कर सकते हैं, लेकिन यह जाने बिना कि वास्तव में इन उपायों का उद्देश्य क्या है, अंधेरे में तीर चलाने जैसा होगा।
मेरा मतलब है कि वैज्ञानिक समुदाय में कोई भी वास्तव में स्पष्ट रूप से यह कहने में सक्षम नहीं है कि यह बीमारी कहाँ से उत्पन्न हो सकती है और वास्तव में इसका कारण क्या हो सकता है. और इसी कारन से इससे लड़ना और भी कठिन हो जाता है।
केवल भविष्यवाणी ही यहाँ हमारी सहायता कर सकती है
Amit Sharma
Writer