China denied the Visa of Arunachal Pradesh Players. Minister refuses China visit to Asian Games
New Delhi: चीन की सरकार ने भारतीय एथलीट जो अरूणाचल प्रदेश के निवासी हैं , उनको एशियन गेम्स में खेलने के लिए इन खिलाड़ियों को वीजा और मान्यता देने से मना कर दिया था।
इस सन्दर्भ में भारत सरकार ने शुक्रवार को चीन द्वारा गैरजिम्मेदाराना हरकत और चयनित हुए प्लेयर्स को 19 एशियन खेल में भाग न लेने के लिए औपचारिक विरोध दर्ज कराया गया है।
Asian Games. Arunachal Pradesh. Players Minister
चीन ने पिछले महीने में एक नापाक इरादे से हरकत करते हुए एक नया " मानक " नक्श को जारी किया था, जिसमें उत्तर पूर्वी राज्य अरुणाचल प्रदेश और पूर्वी लद्दाख में स्थिति अक्साई चिन क्षेत्र को उसकी सीमाओं के भीतर शामिल करते हुए दिखाया गया था।। जिसका बहुत ही सख्त तरीके से इतराज जताते हुए चीन सरकार को भारत ने संदेश दिया है और चीन की इस गैरजिम्मेदाराना और कायरतापूर्ण कृत्य को नाकाफी बताया है।
नयी दिल्ली : अरुणाचल प्रदेश के एथलीट को चीन सरकार ने 19 एशियन गेम्स में जो चयनित खिलाड़ी हे उनको वीजा और मान्यता देने से मना कर दिया है भारत ने शुक्रवार को चीनी अधिकारियों की नाकाबिले बर्दाश्त और जानबूझ कर इन खिलाड़ियों को अपने देश में एशिया खेल में आने से रोक लगा दी है।
इस संदर्भ में केन्द्रीय मंत्री श्री अनुराग ठाकुर ने अपना चीन जाने का दौरा कैंसिल कर दिया है, श्री ठाकुर के कैबिनेट सहयोगी जो अरूणाचल प्रदेश के एम पी है, किरेन रिजिजू ने पत्रकारों को पत्रकार वार्ता में बतलाया कि वह इस गैर कानूनी ( अवैध ) नाजायज कारवाई की कड़ी भर्त्सना करते हैं.... चीन को अरूणाचल प्रदेश के लोगों को जाने से मना करने का कोई औचित्य नंही है।
श्री रइजजू ने कहा, हमारा देश चीन की इस कायरतापूर्ण कारनामे की निंदा कश्यप रहे है, उन्होंने ने कहा अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति को भी इसकी भर्त्सना करनी चाहिए , इस तरह की हरकतें आगे भविष्य में भी प्लेयर्स के साथ अन्याय माना जायेगा। जो ठीक नहीं है।
इसके विरोध में उद्धाटन समारोह के लिए खेल मंत्री ने अपनी बीजिंग रवानगी को कैंसिल कर दिया है तथा कोई भी अधिकारी 19 एशियन गेम्स में शामिल नहीं होयेगा।
News Broadcast Agency, ANI का कहना है , हांगझू एशियाई खेलों की आयोजन समिति द्वारा स्वीकृत 2 खिलाड़ी - ओनिलु और मएपउंग लामगु - मान्यता कार्ड को डाउनलोड करने में असफल हो गए जो वीजा के हिसाब से दुगना हो गया था।
एक 3 ( तीसरे ) एथलीट न्यएमआन वांगसू ने मान्यता को डाउनलोड तो कर लिया था परन्तु फिर भी उसको एशियन गेम्स में खेलने की स्वीकृति नहीं दी गई है।
इस सन्दर्भ में भारत के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता श्री अरिंदम ने कहा भारतीय नागरिकों के साथ निवास या जातीयता के आधार पर इस प्रकार से भारतीय नागरिकों के साथ गैरजिम्मेदाराना और कायरतापूर्ण जैसा भेदभाव पूर्ण व्यवहार को नयी दिल्ली बहुत ही कठोर और सख्त लहजे में खारिज करता है। अरुणाचल प्रदेश भारत देश का अभिन्न और अभिभाजय अंग था, और हमेशा रहेगा।यह बात श्री बागची ने एक कार्यक्रम में कहीं थी।
नयी दिल्ली ने बीजिंग से इस कायरतापूर्ण हरकत के विरोध में कड़ा विरोध दर्ज कराया जो चीन द्वारा जानबूझकर और एक सोची-समझी रणनीति के तहत खिलाड़ियों को 19 एशियन खेल, हांगझू में सम्मिलित होने से रोक दिया गया है। इस संदर्भ में Government ने यह देखा है कि यह सब आचरण " एशियाई खेलों की भावना और चीनियों के आचरण को नियंत्रित करने वाले नियमों ( कायदों ) दोनों चीजों का अतिक्रमण प्रदर्शित करता है।
भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता श्री बागची ने कहा है , भारत अपने हितों की रक्षा के लिए उचित कदम उठाने का अधिकार अपने दायरों में सुरक्षित रख रखा है।
चीन जो अरूणाचल प्रदेश पर अपना दावा करता है और इस क्षेत्र को वह दक्षिण तिब्बत कहता है
Last Month अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आलोचना झेलने वाले एक कदम से चीन सरकार ने एक नया मानचित्र जारी किया था, जिसमें उत्तर पूर्वी राज्य अरुणाचल प्रदेश और पूर्वी लद्दाख में अक्साई चिन क्षेत्र को अपनी सीमाओं के अंदर शामिल दिखाया गया था।
विदेश मंत्री श्री एस जयशंकर ने मानचित्र को बिना कारण बताए सरसरी तौर पर खारिज कर दिया था, यह बात NDTV को एक विशेष इंटरव्यू में उन्होंने ने कहा चीनी अधिकारियों को ऐसे मानचित्र जारी करने की लगातार असफल आदत सी हो गई है। इन सब बातों से कोई कुछ भी नहीं बदलने वाला है
श्री जयशंकर ने स्पष्टीकरण दिया कि हमारी सरकार इश सबसे अच्छी तरह से निपटाती है , यह सब हमारा क्षेत्र है और उन्होंने ने चीनी दावों को बेतुका तर्कसंगत बताया।
फिलहाल अरूणाचल प्रदेश के एथलीट इस 19 वे एशियन गेम्स में सम्मिलित नहीं होंगे।
मेरे नजरिए से भारत सरकार को इस 19 एशियन गेम्स को पूर्णतया बायकॉट कर देना चाहिए। ताकि चीन को उसकी इस कायरतापूर्ण उ का माकूल जवाब मिलना चाहिए।
अखिलेश द्विवेदी