विज्ञान बड़ा या भगवान! science or god
विज्ञान बड़ा या भगवान! इस बात का जवाब देने में लोगो की राय बंटी हुई हो सकती है लेकिन सच्चाई ये है की भगवान के सामने विज्ञान का अस्तित्व कुछ भी नहीं है आज विज्ञान जो कुछ भी कर रहा है वो भगवान की दी हुई बुद्धि से ही कर पा रहा है क्योंकि आज से हजारों साल पहले ये इंसान भी यही था जब एक बैलगाड़ी को खींचने के लिए न जाने कितने इंसान लगे हुए होते थे जब माचिस की तीली नहीं थी तब ये मानव पत्थर से रगड़कर आग बड़ी मुश्किल से प्राप्त कर पाता था जब अन्न पकाने की जानकारी नहीं थी तब कच्चा मांस खाता था या फल फूल और पत्ते खाकर अपना पेट भरता था तब कहा था ये विज्ञान ?
और आज भी स्थिति ज्यादा अलग नहीं है अगर आज भी 5 से 7 साल भगवान की कृपारुपी बारिश ना हो तो ये विज्ञान धरा का धरा रह जाए और इंसान को औकात का पता चल जाए ये वैज्ञानिक रूपी जो जहाज और प्रयोगशालाएं बनाई है वो कुछ काम ना आए और इनमें जंग लगनी शुरू हो जाए जिनके बल पर ये गर्व करता नहीं थकता है ।
अभी कुछ साल पहले ही कोरोना रूपी एक बीमारी ने पूरे विश्व में आतंक मचाया था करोड़ों लोग मौत की नींद में सो गए थे और पूरा विश्व लॉकडाउन में कैद होकर दुबक गया था सभी काम धंधे चौपट हो गए थे और लोगों के भूखों मरने तक की नोबत आ गई थी हालत तो इतने बिगड़ गए थे कि इंसान को इंसान तक से डर लगने लग गया था सारे रिश्ते नाते कमजोर पड़ने लग गए थे आखिर तब कहा था ये विज्ञान?
और आज भी अगर 100 लोगों से ये पूछा जाए कि विज्ञान और भगवान में कौन बड़ा है तो 20 से 30 लोग ये कहेंगे की आज जो कुछ भी है वो सब विज्ञान की ही देन है भगवान आखिर कहा है और किसने देखा है?
जोकि उनकी सबसे बड़ी गलतफहमी है क्योंकि ये सूरज,चांद सितारे और ब्रह्मांड ये सब अपने नियमित समय से कार्य कर रहे है जिनपर इंसान का अस्तित्व टीका है अगर ये एक रोज भी अपना कार्य ना करे तो सोचके देखो के क्या हो? ये सब कुछ संयोग नहीं हो सकता है इन सबको भगवान ने अपनी शक्ति से नियंत्रित कर रखा है और आज इंसान को अपने व्यर्थ के गर्व को त्यागकर भगवान से डरकर रहना चाहिए और लाख लाख बार अपने परमपिता का शुक्रिया करना चाहिए तब ही वो सभी बुराइयों से बचकर विकास के मार्ग पर चलकर अपना जीवन सफल बना सकता है।
science or God