अविश्वाश प्रस्ताव में विपक्ष की हार

अविश्वाश प्रस्ताव में विपक्ष की करारी हार

 

 

सारा विपक्ष एक तरफ मोदी जी एक तरफ.  विपक्ष अगले चुनाव क़े लिए जीतने की भरपूर कोशिश में लगा है ओर वाजिब बात है लगना भी चाहिए जब विपक्ष नहीं होगा तब वर्त्तमान सरकार अपनी मनमानी से सरकार चलाएगी ओर ऐसा हो भी रहा है.  देखिये हमने अपने लगभग सत्तावन अठावन साल की उम्र में इंदिरा जी की राजीव गाँधी जी की अटल जी की नरसिम्हाराव जी की चंद्रशेखर जी की गुजराल साब की मनमोहन जी की सरकारे देखी है ओर भी चौधरी चरण सिंह जी ओर भी है ज़ो नाम अभी याद नहीं आ रहे इन सब में इंदिरा जी राजीव गाँधी जी अटल जी नरसिम्हाराव जी मनमोहन जी की सरकारे ज्यादा समय तक टिकी रही किसी ने अपने पांच साल का कार्यकाल भी पूरा किया लेकिन कोई एक साल कोई ढाई साल कोई छः महीने जिसका मुख्य कारण गठबंधन की सरकारे थी. अटल जी कि सरकार को एक बार मात्र 13 दिन में गिरा दिया था तो विपक्ष क़े साथ ज़ो भी सरकार बनेगी उसके साथ विश्वाशघात होना निश्चित है. पार्टी एकता तो फिर भी संभव है किन्तु विपक्षी एकता हमेशा असंभव है.

 

ऐसी गठबंधन की सरकारे ज्यादा लम्बे समय तक नहीं चलती या सरकार गिर जाती है या गिरा दी जाती है. इस बीच में देश का विकास थम जाता है रुक सा जाता है नेता अपनी कुर्सी को बचाने क़े सिवा कुछ नहीं कर पाते उनके पास पावर नहीं होती क्यूंकि वो ज़ो भी निर्णय लेगा कुछ प्रस्ताव लाएगा तो गठबंधन में ज़ो भी पार्टियां उसके साथ है वो प्रस्ताव पारित नहीं होने देगी हर पार्टी का एक एक दो दो नेता मंत्रिपद ले लेते है जिससे ज़ो पार्टी का प्रधानमंत्री होगा उसे बहुत तकलीफ होने लगाती है. वो कुछ करने लायक नहीं रह जाता.

 

आज ज़ो विपक्ष एक होना चाहता है चुनाव जीतना चाहता है लेकिन अगर जीत भी गया तो उसकी दुर्गति होगी ओर साथ ही साथ देश भी अवनती की ओर अग्रसर हो जायेगा कोई नया डेवलपमेंट नहीं हो पायेगा. आज आप देखो नयी नयी सडको का निर्माण रेलवे का नवीनीकरण नयी नयी रेल जैसे वन्दे भारत बुलेट ट्रैन भी शीघ्र आनेवाली है नये नये रेलवे स्टेशन का पुनःनिर्माण नयी नयी टेक्नोलॉजी की ओर आगे बढ़ते जा रहे है ये तभी संभव है जब मजबूत सरकार हो. तो आप खुद भी फर्क समझ गए होंगे विपक्ष द्वारा बनायीं गयी सरकार ओर एक ही बैनर की सरकार में कितना अंतर है.

 

विपक्ष की बातो में ना आकर एक मजबूत सरकार को वापिस आने दो ओर वर्तमान सरकार को मेरा हाथ जोड़कर सुझाव है कि महंगाई पर नियंत्रण बहुत ज़रूरी है आज मध्यम वर्ग बहुत हताश है ज़ो कमा रहा है उसी से गुजारा हो रहा है बचत शून्य है निम्न आय वर्ग को सरकार राशन पानी बिजली पानी मुहैया करवा रही है उच्च आय वर्ग क़े लोगो को पैसे कि समस्या नहीं है बस मारा कौन जाता है मध्यम वर्गीय परिवार. तो इस पर सरकार को खास ध्यान देना चाहिए.

 

जय हिन्द जय भारत

Sanjay kalla